बीकानेर के बड़े व्यापारियों और पूर्व कांग्रेस मंत्री पर गलत तरीके से करोड़ों रुपये की जमीन खरीद फरोख्त का लगा आरोप
बीकानेर। भ्रष्टाचार निवारण समिति के अध्यक्ष पुनीत ढ़ाल ने पत्रकार वार्ता में बताया की जिले के छत्तरगढ़ इलाके में जिस तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुप्रयोग करते हुए अधिकारियों ने सांठगांठ करके करोड़ों रुपये की भूमि का आवंटन कर सरकार को नुकसान पहुंचाने का कार्य किया है। इसी तरह बीकानेर में उदासर गांव खाजूवाला विधानसभा भूमाफियों ने बड़े व्यापारियों से साठगांठ करके करोड़ों रुपये की भूमि अपने नाम करवा ली है। जिसकी शिकायत हमने बीकानेर जिला कलक्टर को लिखित में दी। लेकिन आज दिनांक 19 मार्च तक किसी भी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिससे भूमाफियों के हौसले और बुलंद हो गए है। ढाल ने बताया की ये जमींन की खरीदफरोख्त सबसे बड़ा घोटाला है जिसमें एक बड़े व्यापारी ने यूआईटी विभाग व राजस्व विभाग के पटवारी, गिरदावर, नायब तहसीलदार, अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ मिलकर अनुसूचित जाति के लोगों की कृषि भूमि के बैनामी लोगों ने नाम बदलकर खरीद कर उन पर कॉलोनियों काट कर करोड़ों रुपये की नाजायज रुप से काली कमाई कर रहा है।
बीकानेर आस पास की खेती की बेशकीमती जमीनों को गलत तरीके से परिवर्तन करवाकर बेची है। दलितों को डरा धमाकर अपने लोगों के नाम से जमीन खरीदना और अधिक दामों पर बेचने का गोरख धंधा कर रखा है। जिसमें बीकानेर के कई राजस्व प्रशासनिक अधिकारी भी इनके साथ मिले हुए है।। जिनको यह फंड देता है। इस काले कारनामों में… यूआईटी बीकानेर में गलत करीके से एक ही दिन में नियमों को ताक में रखते हुए पांच सौ पट्टे बिल्ड डवलपर्स व अन्य कई भूमाफियों की फर्मों के नाम से जारी कर दिए गए है। हाऊसिंग बोर्ड शिवबाड़ी में भी बैनामी सम्पतियां अपने व अपने लोगों व प्राईवेट कर्मचारियों के नाम से कर रखी है। जिसकी उच्चस्तरीय ईडी से जांच करवाई जाकर गरीब पीडि़त परिवारों को न्याय मिले। समय रहते हुए प्रशासन व सरकार ने कोई ठोस कार्यवाही इन भूमाफियाओं पर नही की तो पीडि़तों द्वारा प्रशासन के सामने धरना, प्रदर्शन किया जिसकी प्रतियां माननीय मुख्यमंत्री, निदेशक, जेडीए जयपुर, एसीडी, मुख्य शासन सचिव, एससी आयोग, सबंधित विभागों को डाक द्वारा पूर्व में भिजवाई जा चुकी है। पूर्व कोंग्रेस मंत्री और नेताओं पर साठगाठ और डराने धमकाने के भी लगाए आरोप