‘आधी दुनिया’ के हाथ बीकानेर की ‘पूरी कमान’, पुलिस-प्रशासन दोनों में महिला शक्ति
बीकानेर। ‘आधी दुनिया’ के हाथ बीकानेर की ‘पूरी कमान’ है। यहां पर जिला प्रशासन से लेकर पुलिस की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथ में है। जिम्मेदारी बदलने के बाद शहर के हालात काफी तेजी से बदल भी रहे है। हर दूसरे दिन महिला अधिकारी सरकारी कार्यलयों, अस्पतालों में निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को सही करने के निर्देश भी दें रही है। इसका असर अब दिखना भी शुरू हुआ है। बात पीबीएम अस्पताल की करें तो यहां पर संभागीय आयुक्त के निरिक्षण के बाद में सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को भी मिला है। शहर की यातायात व्यवस्था में लंबे समय बाद बदलाव होना शुरू हो गया है। शहर की सड़कों को ठीक करने जैसे कई काम तेजी से हो रहे है। महिला दिवस के अवसर पर खुलासा की खास खबर…। कार्मिक विभाग की ओर से हाल ही में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की स्थानांतरण सूची में बीकानेर के संभागीय आयुक्त और कलक्टर भी बदल दिए थे। इस दौरान यहां पर संभागीय आयुक्त के पद पर वंदना सिंघवी तथा जिला कलक्टर पद पर नम्रता वृष्णि को लगाया गया था। जबकि पुलिस अधीक्षक के पद पर पहले से ही महिला पदस्थापित है। साथ ही यहां पर विधायक और महापौर भी महिला ही है। ऐसे में बीकानेर की पूरी कमान महिलाओं के ही हाथ में है।
वंदना सिंघवी, संभागीय आयुक्त, बीकानेर
पदभार ग्रहण करने के बाद संभागीय आयुक्त काफी एक्टिव नजर आई। पहले ही दिन से कई सरकारी कार्यलयों और अस्पतालों का निरिक्षण किया। इसका असर भी अब देखने को मिला है। अस्पताल में सफाई व्यवस्था में काफी बदलाव हुआ है। पीबीएम के आगे ठेले-गाडों की वजह से लग रहे जाम पर भी तुरंत एक्शन लेकर अधिकारीयों को मौके पर बुलाया गया। उम्मीद है आगे भी ऐसे औचक निरिक्षण जारी रहेंगे।
नम्रता वृष्णि, जिला कलक्टर, बीकानेर
जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि इससे पहले बीकानेर जिला परिषद् की सीईओ भी रह चुकी है। वह भी जब जिला कलक्टर बनकर बीकानेर आई तो अपने पुराने अंदाज में ही नजर आई। 22 फ़रवरी को जिला परिषद् की साधारण सभा के दौरान एक अभूतपूर्व घटना देखने को मिली। कलक्टर ने जिला परिषद की महिला सदस्य के साथ आए परिजनों की सदन में मौजूद पर कड़ी आपत्ति जताई। दरअसल, जिला परिषद की दो महिला सदस्यों के परिजन सदन में बैठे थे। इस बात की जानकारी जैसे ही जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि को मिली, उन्होंने आपत्ति जाहिर की। बोलीं…सदन में महिला जनप्रतिनिधि ही सदन की सदस्य हैं। सदन में सवाल उठाने और विचार रखने का अधिकार भी उनको ही है। किसी परिवारजन अथवा प्रतिनिधि को नहीं।|
तेजस्विनी गौतम, पुलिस अधीक्षक, बीकानेर
पिछले एक साल से पदस्थापित जिला एसपी के आने के बाद कई अभियान चलाकर बदमाशों की धरपकड़ की गई। साथ ही लंबे से समय बाद शहर की यातायात व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। जिलेभर में रविवार को ए श्रेणी की नाकाबंदी की गई थी। पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम दूसरे जिले के नंबर की सिविल कार को लेकर नाकाबंदी व्यवस्था का जायजा लेने निकलीं। गंगाशहर थाना इलाके के भीनासर चुंगी चौकी पर एसपी की कार फर्राटे से निकल गई। उसे न ही रोका गया और न ही चेक किया गया। कार नाकाबंदी तोड़ते हुए निकल गई। नाकाबंदी से कुछ ही दूरी आगे जाकर एसपी ने कार वापस घुमवाई और नाके पर पहुंची। कार से एसपी नीचे उतरीं, तो पुलिस कर्मचारियों के होश उड़ गए।