Trump Tariffs : अमरीकी टैरिफ आज से भारत सहित पूरी दुनियाभर में लागू, ट्रम्प ने न मौके पर चीन पर लगाया 104 फीसदी टैरिफ
ट्रम्प ने न मौके पर चीन पर लगाया 104 फीसदी टैरिफ



Trump Tariffs : अमरीकी टैरिफ आज से भारत सहित पूरी दुनियाभर में लागू, ट्रम्प ने न मौके पर चीन पर लगाया 104 फीसदी टैरिफ
Trump Tariffs : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बहुप्रतीक्षित टैरिफ नीति आज से प्रभावी हो गई है। भारतीय समयानुसार सुबह करीब 9:50 बजे (अमेरिका में 8 अप्रैल की आधी रात) से लागू हुए इन टैरिफ्स ने वैश्विक व्यापार में हलचल मचा दी है। खास तौर पर चीन पर 104 फीसदी टैरिफ का ऐलान ट्रंप प्रशासन की सख्त नीति का परिचायक बन गया है। यह कदम तब उठाया गया, जब चीन ने अमेरिकी सामानों पर 34 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा को वापस लेने से इनकार कर दिया। इसके जवाब में ट्रंप ने अपनी धमकी को अमल में लाते हुए चीन पर 50 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ थोप दिया, जिसके साथ अब चीनी आयात पर कुल टैरिफ 104 फीसदी हो गया है।
वैश्विक शेयर बाजारों में अस्थिरता
ट्रंप टैरिफ के प्रभावी होने से ठीक पहले वैश्विक शेयर बाजारों में अस्थिरता का माहौल देखा गया। मंगलवार को ट्रंप के नरम रुख के संकेतों से बाजारों में कुछ राहत दिखी थी। ट्रंप ने कहा था कि जापान बातचीत के लिए वाशिंगटन प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है और चीन भी सौदा करना चाहता है। इस बयान से निवेशकों में उम्मीद जगी थी कि अमेरिका अपनी टैरिफ नीति पर नरमी बरत सकता है। नतीजतन, अमेरिकी नैस्डैक में 4.5 फीसदी की तेजी देखी गई। हालांकि, जैसे ही चीन पर 104 फीसदी टैरिफ की खबर आई, अमेरिकी बाजारों में बिकवाली शुरू हो गई। नैस्डैक करीब 1 फीसदी गिर गया, जबकि एसएंडपी 500 और डाउ जोंस ने भी अपनी इंट्राडे तेजी गंवाकर गिरावट दर्ज की।
भारत में शेयर बाजार ने लगाई छलांग
भारत में मंगलवार को शेयर बाजार ने शानदार प्रदर्शन किया। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में ब्याज दरों में कटौती के संकेतों और चौतरफा लिवाली से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 1089.18 अंक (1.49%) चढ़कर 74,227.08 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 374.25 अंक (1.69%) उछलकर 22,535.85 पर पहुंचा। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेजी देखी गई, जिसमें मिडकैप इंडेक्स 1.87% बढ़कर 39,837.44 और स्मॉलकैप 2.18% चढ़कर 44,932.42 पर बंद हुआ। आज बुधवार को रिजर्व बैंक गवर्नर संजय मल्होत्रा मौद्रिक नीति के फैसले की घोषणा करेंगे, जिसमें रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की संभावना जताई जा रही है।
चीन का जवाब: दोस्ती का हाथ या अंत तक लड़ाई?
चीन ने ट्रंप टैरिफ को लेकर दोहरा रुख अपनाया है। एक ओर, भारत में चीनी दूतावास के प्रवक्ता यू जिंग ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ भारत और चीन को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने एक्स पर लिखा, “चीन और भारत के बीच व्यापारिक रिश्ते पूरकता और पारस्परिक लाभ पर आधारित हैं। अमेरिका टैरिफ का दुरुपयोग कर रहा है। दुनिया के दो सबसे बड़े विकासशील देशों को इसके खिलाफ साथ खड़ा होना चाहिए।” दूसरी ओर, चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने इसे “गलती पर गलती” करार देते हुए कहा कि अमेरिका की यह नीति उसकी “ब्लैकमेलिंग प्रकृति” को दर्शाती है। मंत्रालय ने “अंत तक लड़ने” की धमकी भी दी।
मस्क ने की आलोचना
ट्रंप के सहयोगी और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो पर निशाना साधा। मस्क ने नवारो को “ईंटों की बोरी से भी अधिक मूर्ख” करार देते हुए टैरिफ नीति की आलोचना की। मस्क का यह बयान ट्रंप प्रशासन के भीतर मतभेदों की ओर इशारा करता है।
आगे क्या?
10 फीसदी बेसलाइन टैरिफ 5 अप्रैल से लागू हो चुका है, जबकि आज से चीन पर 104 फीसदी सहित अन्य देशों पर भी अतिरिक्त टैरिफ प्रभावी हो गए हैं। वैश्विक व्यापार में यह नया मोड़ भारत जैसे देशों के लिए चुनौतियां और अवसर दोनों लेकर आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का विशाल घरेलू बाजार और निर्यात विविधीकरण की रणनीति इसे ट्रंप टैरिफ के प्रभाव से काफी हद तक बचा सकती है। हालांकि, आने वाले दिनों में वैश्विक और भारतीय बाजारों पर नजर रखना जरूरी होगा।