चिकित्सक की लापरवाही से युवक की मौत, परिजनों ने मोर्चरी पर लगाया धरना
बीकानेर। चिकित्सक की लापरवाही के चलते 25 वर्षीय युवक की मौत हो जाने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। यह मामला दावा गांव का है, जहां हणतुराम मेघवाल की मौत एक गलत इंजेक्शन लगाए जाने और अस्पताल में उपचार में देरी के कारण हो गई।
दावा गांव निवासी हणतुराम मेघवाल को खुजली की बीमारी थी। वह उपचार के लिए नोखा के चिकित्सक सुभाष नैण के पास गया। वहां चिकित्सक ने लापरवाही से एक दर्द निवारक इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई।हालत बिगड़ने पर हणतुराम को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल ले जाया गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के कैजुअल्टी विभाग में हणतुराम को दो घंटे तक इलाज नहीं मिला, जिसके चलते उसकी मौत हो गई।
परिजनों की मांग
मृतक के परिजनों और सरपंच प्रतिनिधि बिशनाराम चौधरी ने अस्पताल के बाहर धरना देते हुए निम्नलिखित मांगें रखी:
- गलत इंजेक्शन लगाने वाले चिकित्सक सुभाष नैण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी हो।
- मृतक के परिवार को एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी और उचित मुआवजा दिया जाए।
- पीबीएम अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही की जांच हो और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
धरने पर बैठे परिजनों ने प्रशासन के साथ वार्ता होने और उनकी मांगें माने जाने तक शव का पोस्टमॉर्टम कराने और अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। इस घटना के बाद गांव और आसपास के क्षेत्र में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने मांग की है कि लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।