खेजड़ी की कटाई के विरोध में बीकानेर बंद, जन समर्थन के साथ प्रशासन सतर्क
बीकानेर। खेजड़ी के पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के विरोध में अखिल भारतीय विश्नोई महासभा द्वारा आहूत बीकानेर बंद को व्यापक समर्थन मिल रहा है। सामाजिक, राजनीतिक, व्यापारिक, और छात्र संगठनों के साथ-साथ आमजन ने भी इस बंद को सफल बनाने के लिए बढ़-चढ़कर भाग लिया है। बंद के मद्देनज़र जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। खुफिया एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है, और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ बैठकें की गई हैं।
महासभा की अपील:
महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुडिया ने आमजन और व्यापारियों से अपील करते हुए कहा कि जिले के पर्यावरण को बचाने के लिए यह आंदोलन महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि खेजड़ी और अन्य वनों की कटाई रोकने के लिए सर्वसमाज और व्यापारिक संगठनों का समर्थन अनिवार्य है।
व्यापारिक संगठनों का सहयोग:
बंद को सफल बनाने के लिए व्यापारिक संगठनों के प्रमुखों से संपर्क किया गया है। युवाओं ने पीले चावल बांटकर दुकानदारों से प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील की है। व्यापारिक संगठनों के साथ-साथ मजदूर यूनियनों और छात्र संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया है।
बंद को मिला समर्थन:
बीकानेर बंद को समर्थन देने वालों में भाजपा के पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी, कांग्रेस नेता डॉ. बी.डी. कल्ला और भंवरसिंह भाटी, छात्र संगठन एबीवीपी, विश्व हिंदू परिषद, बार एसोसिएशन, राजस्थान जीप-कार टैक्सी यूनियन, बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल, और कई स्थानीय व्यापारी संगठनों के नाम शामिल हैं।
पर्यावरण संरक्षण की ओर कदम:
इस बंद का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है। खेजड़ी और अन्य पेड़ों की कटाई रोकने के इस आंदोलन को बीकानेर के व्यापारिक, सामाजिक, और राजनीतिक वर्गों से जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। जिलेभर में जनजागरूकता फैलाने के लिए यह बंद एक बड़ी मुहिम का हिस्सा बन गया है।
प्रशासन की तैयारी:
बंद के दौरान शांति बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियां लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं। यह बंद पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसे समाज के सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है।