गुजरात की धरा पर पहली बार श्री जसनाथ जी महाराज का जागरण और अग्नि नृत्य
बीकानेर न्यूज़,अहमदाबाद, 16 दिसंबर | गुजरात की पावन धरा पर पहली बार श्री जसनाथ जी महाराज का भव्य जागरण और अद्भुत अग्नि नृत्य का आयोजन किया गया। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम लिखमादेसर हंसोजी धाम के संत श्री सोमनाथ जी महाराज, संत परमानंद जी महाराज और संत काननाथ जी महाराज के स्वागत समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम का भव्य आयोजन:
श्री गुरु जसनाथ जी महाराज के अहमदाबाद आश्रम में इस जागरण का आयोजन जसनाथ जी के भक्तों द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु और सामाजिक कार्यकर्ता पहुंचे।
विशेष अतिथि और भामाशाह:
आयोजन में दानवीर भामाशाह श्री इंद्र चंद बरड़िया, श्री जितु बरड़िया, धुड़नाथ जी गोपालनाथ जी जाखड़ (रीड़ी) ने विशेष भूमिका निभाई। भोजन प्रसादी के भामाशाह कुशलनाथ जी डागा (पूर्व अध्यक्ष रुस्तम धोरा ट्रस्ट) और हिंदू नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता मोहीत सोनी लावट का भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान रहा।
संत महंतों की विशेष उपस्थिति:
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए महंत भंवरनाथ जी ज्याणी (हंसोजी धाम, लिखमादेसर), संत डालनाथ जी सिद्ध (लिखमादेसर) सहित अन्य संतों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
भक्तों का उमड़ा जनसैलाब:
इस जागरण और अग्नि नृत्य को देखने के लिए सूरत, बड़ौदा, अहमदाबाद, बीकानेर, श्री डूंगरगढ़, पूनरासर, रीड़ी, बरजागसर, घिटयाल, साजनवासी, पाचला, करणु, बम्बलु, शेरुणा जैसे विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में जसनाथ जी महाराज के भक्तों ने कार्यक्रम में शिरकत की।
अग्नि नृत्य की विशेष प्रस्तुति:
इस आयोजन का मुख्य आकर्षण अग्नि नृत्य रहा, जो जसनाथ जी महाराज की परंपरा और भक्ति का प्रतीक है। अग्नि नृत्य के माध्यम से भक्तों ने अपनी आस्था और गुरु महाराज के प्रति श्रद्धा प्रकट की।
संपूर्ण आयोजन में भक्ति और श्रद्धा का माहौल:
जसनाथ जी महाराज के इस जागरण ने भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। संगीतमय जागरण और अग्नि नृत्य ने श्रद्धालुओं के मन को भक्ति रस से सराबोर कर दिया।
इस सफल आयोजन ने गुरु जसनाथ जी महाराज की परंपरा और संस्कृति को गुजरात की धरती पर एक नई पहचान दिलाई।