किसान के आशियाने में लगी भीषण आग, बच्चों को समय रहते पड़ोसियों ने निकाला बाहर, नगदी आभूषण जलकर राख
बीकानेर। महाजन गर्मी आने के साथ ही घरों आग लगने की घटनाएं हमेशा बढ़ती रहती है। पिछले कई दिनों से इसकी शुरुआत हो चुकी है। घरों में अचानक आग लगने का गर्मी से कोई संबंध है या नहीं, यह तो पता नहीं मगर जैसे ही गर्मी पड़ने के साथ ही हवाएं चलती है, गांव में बने झोपड़ों और मकानों में आग लगनी शुरू हो जाती है। बुधवार को शेरपुरा के एक मकान में अज्ञात कारणों से आग लग गई। शेरपुरा के वार्ड नौ निवासी मांगीलाल पुत्र रतीराम नायक के मकान दोपहर 3.30 बजले अचानक आग लग गई। उस समय मांगीलाल अपनी पत्नी के साथ शोकसभा में गया हुआ था। उसके दो पुत्र और पुत्रवधू खेत में गेहूं की कटाई कर रहे थे। उनके बच्चे मकान के अंदर ही खेल रहे थे।
मकान के ऊपर से धुआं उठते देख पड़ोसी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मकान के अंदर खेल रहे बच्चों को देख लिया। समय रहते सभी बच्चों को बाहर निकाला और मकान मालिक को सूचना दी। वे केवल बच्चों को ही बाहर निकाल सके। उसके बाद आग इतनी तेज हो गई कि उस पर काबू पाना मुश्किल हो गया। देखते ही देखते मकान पूरी तरह से जल गया। ग्रामीणों ने पानी व मिट्टी डालकर आग पर काबू पाया। मकान मालिक मांगीलाल नायक भी मौके पर पहुंच गया।
मांगीलाल ने बताया कि कमरे में रखा दो सिंगल बैड गद्दे, चार कुर्सी, दो चारपाई, एक बड़ी संदूक में रखे बिस्तर, छोटी संदूक में महिलाओं के वस्त्र, एक अटैची में रखे मकान के पट्टे, 16 हजार रुपए नकद, घर के सदस्यों के आधार कार्ड, राशन कार्ड, जनाधार कार्ड, बैंक डायरी के साथ ही 10 ग्राम सोने के आभूषण और 550 ग्राम चंादी के आभूषण भी जल गए। मकान के अंदर रखी एक बाइक भी पूरी तरह से जल गई। गनीमत रही कि पड़ोसियों की सूझबूझ और बहादुरी से घर के अंदर खेल रहे बच्चे समय रहते बाहर निकालने से कोई जनहानि नहीं हुई।