फर्जी दस्तावेज़ों से चोरी की बाइक बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार, 10 बाइकें बरामद

नापासर पुलिस की बड़ी कार्यवाही: फर्जी दस्तावेज़ों से चोरी की बाइक बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो आरोपी गिरफ्तार, 10 बाइकें बरामद
कांस्टेबल सुरेंद्र बाना और विनोद की सतर्कता से खुला बड़ा फर्जीवाड़ा
बीकानेर न्यूज। नापासर पुलिस ने चोरी की मोटरसाइकिलों को फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से अब तक 10 चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की गई हैं, जो बीकानेर जिले के विभिन्न स्थानों से चोरी की गई थीं।गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक पुत्र भागीरथ निवासी नापासर और कार्तिक पुत्र भिवराज निवासी कुसमीदेसर, भीनासर के रूप में हुई है। ये दोनों मिलकर बीकानेर जिले से मोटरसाइकिलें चुराकर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करते थे, और फिर भोले-भाले ग्रामीणों को बेच देते थे,थानाधिकारी लक्ष्मण सुथार ने बताया कि नापासर निवासी अजीत भार्गव ने थाने में एक पल्सर मोटरसाइकिल फर्जी दस्तावेजों के साथ धोखाधड़ी कर बेचने की शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने गंभीरता से जांच करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और पूछताछ की।पूछताछ में आरोपियों ने नापासर में अब तक 10 से अधिक मोटरसाइकिलें फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेचने की बात कबूली। पुलिस ने इन बाइक को नापासर कस्बे से जब्त कर थाने में लाया है, और अब वाहनों के असली मालिकों की जानकारी जुटाई जा रही है।इस पूरे खुलासे में कांस्टेबल सुरेंद्र बाना एवं विनोद की विशेष भूमिका रही, जिन्होंने सतर्कता और कुशलता से गिरोह की परतें खोलते हुए अहम सुराग जुटाए।थानाधिकारी सुथार ने बताया कि प्रकरण में आगे भी जांच जारी है और अन्य बाइक खरीदारों व संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
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