राजस्थान में अब सस्ती दरों पर मिलेगी बिजली, भजन सरकार ने उठाने जा रही ये बड़ा कदम
Free electricity : राजस्थान में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी राहत की खबर है। भजनलाल शर्मा सरकार ने सौर और पवन जैसे अक्षय ऊर्जा स्रोतों से उत्पन्न बिजली को स्टोर करने के लिए बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (BESS) प्रोजेक्ट को गति दी है। राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग (RERC) ने 1000 मेगावाट-ऑवर की स्टैंडअलोन बैटरी परियोजना के लिए टैरिफ को मंजूरी दे दी है, जिसकी दरें 2.21 लाख से 2.24 लाख रुपये प्रति मेगावाट प्रति माह हैं। यह देश में सबसे कम टैरिफ दर मानी जा रही है। Free electricity
सरकार ने दावा किया जा रहा है कि बैटरी स्टोरेज से बिजली पीक ऑवर्स में काम आएगी, जिसमें एक्सचेंज से महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है। इससे सालाना करीब 365 करोड़ रुपए की बचत होगी। निगम के सीएमडी देवेन्द्र शृंगी के मुताबिक राज्य सरकार ने वर्ष 2028-29 तक प्रदेश में 18.5 गीगावाट ऑवर की बैटरी एनर्जी स्टोरेज क्षमता विकसित करने की योजना बनाई गई है। Free electricity
बैटरी एनर्जी स्टोरेज में राजस्थान देश में हब बनने की दिशा में बढ़ रहा है। विद्युत मंत्रालय प्रति मेगावाट-ऑवर 27 लाख रुपए वायबिलिटी गेप फंड देगा। इसके अलावा एनटीपीसी के जरिए भी 1 हजार मेगावाट के प्रोजेक्ट के लिए निविदा जारी की गई है। प्रदेश में करीब 2 हजार करोड़ का निवेश होगा। –हीरालाल नागर, ऊर्जा मंत्री