रेल यात्रियों के लिए राहत: टिकट कन्फर्मेशन की जानकारी अब 24 घंटे पहले, बीकानेर में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट
Indian Railway : भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए एक अहम कदम उठाया है। अब आरक्षित टिकटों की वेटिंग लिस्ट का अंतिम चार्ट यात्रा से 4 घंटे पहले की बजाय 24 घंटे पहले तैयार किया जाएगा। इस बदलाव से यात्रियों को अपनी यात्रा की योजना बनाने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा और रेलवे की व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ेगी।
बीकानेर में 6 जून से शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट
रेलवे ने इस नई व्यवस्था को 6 जून 2025 से बीकानेर डिवीजन में एक ट्रेन पर पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लागू किया है। शुरुआती चार दिनों में इस प्रयोग के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। यात्रियों को पहले ही पता चल रहा है कि उनका टिकट कन्फर्म हुआ है या नहीं, जिससे वे वैकल्पिक यात्रा विकल्प जैसे बस, उड़ान, या अन्य ट्रेनों की योजना बना सकते हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार, इस प्रोजेक्ट से यात्रियों की अनिश्चितता और अंतिम समय की परेशानी में कमी आई है।
भीड़भाड़ वाले रूटों पर लागू होगी व्यवस्था
बीकानेर में इस पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद रेलवे इसे देश के अन्य भीड़भाड़ वाले रूटों पर लागू करने की योजना बना रहा है। इनमें दिल्ली से उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, और गुजरात जैसे मार्ग शामिल हैं, जहां वेटिंग लिस्ट की समस्या आम है। इन रूटों पर मांग अधिक होने के कारण अक्सर यात्रियों को टिकट कन्फर्मेशन का इंतजार करना पड़ता है।
अतिरिक्त कोच और क्लोन ट्रेनों की सुविधा
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के हालिया बीकानेर दौरे के दौरान रेलवे अधिकारियों ने यह प्रस्ताव रखा था, जिसे तत्काल मंजूरी मिल गई। 24 घंटे पहले चार्ट तैयार होने से रेलवे को यात्रियों की वास्तविक संख्या का पहले ही अंदाजा हो जाएगा। इससे रेलवे को जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त कोच जोड़ने या क्लोन ट्रेनें चलाने की योजना बनाने में पर्याप्त समय मिलेगा। यह कदम विशेष रूप से त्योहारी सीजन और गर्मी की छुट्टियों जैसे पीक समय में यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा।
यात्रियों की समस्याओं का समाधान
वर्तमान व्यवस्था में चार्ट यात्रा से केवल 4 घंटे पहले तैयार होता है, जिसके कारण यात्रियों को अंतिम समय तक अनिश्चितता का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, रेलवे के आंकड़ों के अनुसार, औसतन 21% यात्री टिकट रद्द कर देते हैं, और 4-5% यात्री यात्रा ही नहीं करते। नई व्यवस्था से रेलवे को खाली सीटों का पहले पता चल सकेगा, जिससे वे इन सीटों को अन्य यात्रियों के लिए उपलब्ध करा सकेंगे। इससे रेलवे की परिचालन क्षमता में भी सुधार होगा।
तत्काल टिकट प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि इस नई व्यवस्था का तत्काल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। तत्काल टिकट बुकिंग की समयसीमा और नियम पहले की तरह ही रहेंगे, यानी AC कोच के लिए सुबह 10 बजे और नॉन-AC कोच के लिए सुबह 11 बजे बुकिंग शुरू होगी।
तत्काल टिकट के लिए e-Aadhaar अनिवार्य:
जून 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए e-Aadhaar सत्यापन अनिवार्य होगा, जिसका उद्देश्य टिकटों की कालाबाजारी रोकना है। रेलवे ने खाली AC सीटों को स्लीपर और सेकंड सिटिंग के कन्फर्म टिकट धारकों के लिए अपग्रेड करने की नीति शुरू की है।
24 घंटे पहले चार्ट तैयार करने की यह नई व्यवस्था रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है। बीकानेर डिवीजन में इसकी सफलता के बाद जल्द इसे पूरे देश में लागू करने की योजना बनाई है।