Bikaner Crime : मुनाफे के लालच में रिटायर्ड कर्मचारी से 25 लाख की ठगी, ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर बनाया शिकार
Bikaner Crime : मुनाफे के लालच में रिटायर्ड कर्मचारी से 25 लाख की ठगी, ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर बनाया शिकार
बीकानेर। साइबर ठगों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। बीकानेर के मुरलीधर व्यास कॉलोनी में एक रिटायर्ड कर्मचारी को ऑनलाइन ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का सपना दिखाकर 25.22 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने अपनी जीवन भर की जमा पूंजी ठगों के हवाले कर दी।
क्या है पूरा मामला?
मुरलीधर व्यास कॉलोनी निवासी पीड़ित कैलाशचन्द्र श्रीमाली, जो कि एक सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पीड़ित के अनुसार, 10 अक्टूबर को उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश करने पर भारी मुनाफे का लालच दिया। शुरुआत में विश्वास जीतने के लिए ठगों ने छोटी रकम निवेश करने को कहा, जिस पर पीड़ित ने आरटीजीएस (RTGS) के जरिए 22,000 रुपये 'डिजिटल मोबाइल वर्ल्ड कंपनी' के खाते में जमा करवा दिए।
मैनेजर बनकर जीता भरोसा, फिर हड़पे लाखों
इसके बाद ठग ने दोबारा संपर्क किया और अपना नाम 'राज मल्होत्रा' बताया। खुद को कंपनी का मैनेजर बताते हुए उसने पीड़ित को अपनी बातों के जाल में फंसा लिया। इसके बाद अलग-अलग तारीखों में किस्तों में पैसे ऐंठे गए:
28 अक्टूबर: 'पैरासिल्ड सिक्युरिटी प्रा. लि.' के खाते में 5 लाख रुपये।
6 नवंबर: उसी खाते में फिर से 10 लाख रुपये।
26 नवंबर: 'यादव इंजीनियरिंग कंपनी' के खाते में 10 लाख रुपये।
इस प्रकार कुल मिलाकर पीड़ित से 25.22 लाख रुपये अलग-अलग खातों में डलवा लिए गए। और पैसों की मांग पर हुआ शक
इतनी बड़ी रकम जमा होने के बाद भी ठगों का लालच खत्म नहीं हुआ। उन्होंने कैलाशचन्द्र पर 10 लाख रुपये और जमा कराने का दबाव बनाया। जब पीड़ित ने असमर्थता जताई, तो ठगों ने धमकी दी कि अगर और पैसा नहीं दिया तो पहले से जमा सारी रकम डूब जाएगी और वापस नहीं मिलेगी। धमकी मिलने पर पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस की शरण ली।
पुलिस कर रही जांच
साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर रमेश सर्वटा ने बताया कि जिन बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, उनकी डिटेल खंगाली जा रही है। पुलिस जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।